मैं गायब होना चाहता हूं. मैं किसी ऐसे पुराने फ्लैट में जाना चाहता हूं जहां मेरी किसी से बात न हो. मैं हर रोज तीनों समय का खाना ऑर्डर करना चाहता हूं. मैं अपने पड़ोसियों से हर भाषा में बात करना चाहता हूं लेकिन अंग्रेजी में. मैं उनके खेल सीखना और उन्हें फुटपाथ पर खेलना चाहता हूं और हम कम पैस पर शर्त लगाने चाहते हैं, हम हंसना और पुरानी पड़ी कार से आ रही संगीत की आवाज का आनंद लेना चाहते हैं, जो सड़कों पर अब नहीं दौड़ती. जब मैं कभी अटक सा जाता हूं और अपमानित महसूस करता हूं तो मुझे ऐसा ही लगता है.
अदृश्य होने की मीठास. जब मैं फंसा हुआ महसूस करता हूं, मैं उदास हो जाता हूं. मैंने जिंदगी से जितना पाया उससे कहीं अधिक चाहता हूं. मैं अलग काम चाहता हूं. मैं ऐसा करना चाहता हूं जो मुझे पसंद है.
उसके बाद मैं फिर उदास हो जाता हूं.
जब मैं अटक जाता हूं तो इसी तरह का एहसास होता है. नौकरी में. करियर में. रिश्ते में. कुछ भी.
काश मैं खुद से अक्सर कह पाता: अतीत मेरे भविष्य का जेल कीपर नहीं है.
मैं सोचता हूं, “क्योंकि मेरे को एक्स में डिग्री मिली है, मुझे वाई करना है.’ या इसलिए कि मैं ए के साथ रह रहा हूं, यही जिंदगी है. या इसलिए कि मैंने जे के बारे में लिखा, तो मेरी जिंदगी अब ऐसी है.
या इसलिए कि मैं एक बार व्यापार या फिर कला में असफल रहा. इसलिए मैं दोबारा कोशिश नहीं कर सकता. या इसलिए कि मेरे माता पिता चाहते हैं कि मैं डॉक्टर बनूं, मुझे डॉक्टर ही बनना है.
खराब
मैंने मैट बैरी से बात की थी, मुझे लगा कि वह ऐसा काम कर रहे हैं जो मेरे हिसाब से ड्रीम जॉब है. फिल्मों की कहानी लिखना, लेकिन वे फैंटेसी स्पोर्ट्स के बारे में ब्लॉग लिखना चाहते थे. एक ब्लॉग के लिए उन्हें 100 डॉलर मिलते. आठ साल बाद वे ईएसपीएन के लिए फैंटेसी स्पोर्ट्स के लिए एंकरिंग करते हैं. या शायद जिम नॉर्टन थे, जिनके साथ मैं बड़ा हुआ. वे ट्रैक्टर चलाते और छोटा मोटा काम करते लेकिन वे हास्य कलाकार बनना चाहते थे. 20 साल बाद वे दुनिया के सबसे अच्छे हास्य कलाकार बने.
या जूडी ब्लूम, जिनके दिमाग में बहुत सारी कहानियां अटकी हुई थी, लेकिन प्रेमहीन शादी में परिवार की देखभाल, बिना समझे कि उन्हें इन कहानियों को दुनिया में लाने की इजाजत की जरूरत नहीं. उदास और उदास होती चली गई.
या फिर मैं और आप हो सकते हैं, यह जानते हुए कि इसके अलावा कुछ और भी हो सकता है, किसी नौकरी या फिर रिश्ते में निराशा के साथ दुखी होना. चीजें बदलनी ही चाहिए.
10 उपाय
‘10 उपाय कार्यक्रम’ की तरह यह 10 उपाय आपके लिए नहीं है. यह वह 10 उपाय हैं जिन्हें आखिरकार मैंने खुद से करना सीखा है. उदास नहीं होना. रोज रोज होने वाला पेट दर्द का इलाज करना.
ए) स्वीकार करना
मैं बेचैन महसूस करता हूं. मैं उठ नहीं पाता. इस उपाय में सिर्फ करना ये है कि इस पर ध्यान देना है.
यह फुसफुसाने की तरह है, ‘आसमान’ से नहीं बल्कि अपने शरीर से. शारीरिक तौर पर आपको यह बिस्तर से बाहर जाने नहीं देगा.
यह आपको अंदर ही अंदर खाने लगता है. आपको शरीर तबाह कर देगा अगर आप अपने अंदर बदलाव नहीं लाते हैं. लेकिन आपको इसके लिए पहले ध्यान देना होगा.
मैं कहता हूं, ‘अहा, यही तो वह है,’
बहुत से लोगों को इस उपाय का एहसास 30 साल की उम्र में होता है और वे कभी नहीं बदलते हैं और धीरे-धीरे जिंदा खत्म हो जाते हैं. वे दवा की तलाश करते हैं लेकिन दवा बताइ नहीं जा सकती. वे काउंटर पर इतनी दूर है कि आप उसे खोजने तक मर जाएंगे.
बी) निराशा
मैं देखा है. लेकिन मुझे यह महसूस हुआ कि चीजें नहीं बदलनी वाली है. मैं फंस गया हूं. मेरा माता पिता/दोस्त/प्यार करने वाले/ कभी स्वीकार नहीं करेंगे.
या- मैं टूट जाऊंगा. या फिर इसका मतलब हो सकता है कि मैंने अपनी शिक्षा बर्बाद की. या पैसे. या दिमाग. या प्यार.
मुझे लगता है, ‘मैं उदास हूं.’
उन चीजों को लिखना शुरू करें जिससे आपको प्यार है. एक बच्चे के रूप में क्या करना पसंद था. आप अभी किस चीज को करना पसंद करते हैं.
यह सिर्फ मैं नहीं हो सकता. आज ही कोशिश करें. कल कोशिश करें. इसको पाने में बेहतरी करें. उन चीजों को लिखे जिसे आप बचपन में प्यार से करते थे और अब किस चीज को करने में प्यार महसूस होता है. उन पुलों को जोड़ने में माथापच्ची करें.
वे वहीं हैं. वे आपका इंतजार कर रहे हैं. वे मेरे लिए ही थे.
ब्रायन कॉपलमैन को लगता था कि वे संगीत व्यवसाय में फंस गए हैं. उनका परिवार यही करता था. यही करने के लिए वे प्रशिक्षित थे. इसी काम में बेहतर थे. लेकिन अतीत उनका जेल कीपर नहीं.
उन्होंने हाई स्कूल के मित्र और लेखन सहयोगी डेविड लेवियन के साथ तीन साल तक विचारों पर काम किया और उसके बाद कहीं जाकर उन्होंने ‘राउंडर्स’
और फिर ‘ओशियंस 13’ फिल्म लिखीं और अब आगामी शोटाइम शो ‘बिलियंस’ पर काम किया.
मैं अभी भी हर दिन सुराग की तलाश करता हूं. हर दिन परिवर्तन का दिन है.
सी) सीखना
अगर हम परिवर्तन नहीं लाएंगे, मर जाएंगे.
किताबों की दुकान पर जाएं और देखें कि कौन सी किताब आपको अपनी ओर खींचती है. किस बातचीत के साथ आप जुड़े रहते हैं. जिंदगी में कौन सा ऐसा रिश्ता है जो आपको जोश दिलाता और आप सोचते हैं कि इसमें और गहराई जाना चाहिए.
सबकुछ पढ़ें. उसके बाद नए हमउम्र के ग्रुप को तलाशे जिससे आप बात कर सकते हैं. सबकुछ सीखें. हर चीज देखें.
लोग आपकी तरफ देखने लगेंगे. वे कहेंगे, ‘इसकी हालत देखो.’
लोगों ने मुझसे कहा, ‘तुम अपनी जिंदगी तबाह कर दोगे’. या ‘तुम्हें कोई आइडिया नहीं कि तुम क्या कर रहे हो.’
यह ठीक है. वे मेरे जेल कीपर नहीं. मैं खुद जेल कीपर हूं. मैं रोज सुबह कैदखाना खोलता हूं और बत्ती जलाता हूं.
डी) नाकामयाबी
मैंने जिस भी चीज की शुरुआत की उसमें असफल रहा. बिजनेस में मेरी पहली, दूसरी या तीसरी कोशिश नाकाम रही. 20 में 17 बिजनेस मेरे असफल रहे.
मेरी पहली पांच किताबें कभी प्रकाशित नहीं हुई.
मेरा तलाक हुआ और यह कई असफल रिश्तों के बाद हुआ.
मैं टीवी शो बनाने में नाकाम रहा. दो या तीन. मैं आगे जा सकता था लेकिन यह काफी उबाऊ है.
अगर किसी चीज से प्यार करते हैं. आपको पता है कि दुनिया में सर्वश्रष्ठ चीज कैसी दिखती है.
मैं तुरंत दुनिया में सबसे अच्छा बनने की कोशिश करता हूं लेकिन ऐसा कर मैं अपने आपको बेवकूफ बनाता हूं. मुझे खुद को पहले दुखी बनकर देखना होगा कि कितना कठिन है. मुझे कितना ऊपर जाना है.
इसे होने में लंबा वक्त लगता है.
इसलिए यह दृढ़ता बन जाता है और यह आपको उभार के पार ले जाता है.
दृढ़ता+प्यार= कामयाबी
ई) लेकिन क्या आप जारी रखेंगे?
आप शायद या फिर आप शायद नहीं. मैंने 90 के शुरुआत में चार किताबें लिखी. मैं नाकाम रहा. मैं रुक गया. मैंने इसके बजाय एचबीओ में नौकरी पकड़ी और लिखना छोड़ दिया.
सात साल बाद मैं दोबारा लिखने लगा. लेकिन उबाऊ वित्तीय चीजें. लेकिन आठ साल बाद मैं दोबारा अधिक व्यक्तिगत बातें लिखने लगा.
अब मेरा जो मन करता है लिखता हूं. लेकिन हम देखेंगे. अब मैं कुछ अलग लिख रहा हूं.
कुछ ऐसा जो बहुत दर्द भरा है. हो सकता है कि एक दिन मैं बेहतर हो जाऊं. लेकिन मुझे बेहतर पाने की कोशिश पसंद है. मुझे असफल होना पसंद है.
थकना और हार न माने. बहानों को दोष न दें.
शायद आप बचपन में पेंटिंग करते हो. वापस लौटिए.
एफ) आपकी वापसी
मैं अक्सर अपने रिश्तों, लेखनी और बिजनेस से उदास होता हूं.
मेरे लिए. खुद से परेशान होना यह मेरे लिए खुद को चुनौती देने की शुरुआत है. लगभग हर दिन मैं खुदको जरूरत से ज्यादा धक्का देता हूं जब तक मुझे दर्द नहीं होता.
कभी कभी तो बहुत दर्द होता है.
लेकिन मुझे पता है कि वापस उन चीजों के पास लौटूंगा जिसे मैं पसंद करता हूं.
जी) मेंटर
जिंदगी के हर क्षेत्र में मेरे पास महान सलाहकार थे.
आप विश्वसनीय सलाहकार कैसे पाते हैं?
अगर आप किसी व्यक्ति के रूप में चाहते हैं. उन्हें आइडिया दें.
ऐसा ना कहें. ‘मैं आपकी मदद कर सकता हूं?’ क्योंकि तब वह उन्हें काम दे देता है. वे आपकी मदद क्यों करेंगे अगर आप उन्हें होमवर्क दे देते हैं.
उनसे कहें कि आप उनकी जिंदगी कैसे बेहतर बना सकते हैं.
अगर आप वर्चुअल मेंटर चाहते हैं तो अपनी रूचि की 200 किताबें पढ़ें. हर पचास किताब एक मेंटर के लायक है.
क्या अगर 200 किताबें नहीं हैं तो?
वहां है. क्वांटम यांत्रिकी पर किताब तितलियों पर पेंटिंग के बारे है. हर चीज जुड़ी हुईं हैं अगर आप अपनी पसंद के साथ फिल्टर करें.
एच) अपनी खुद की आवाज बनें.
दी बीटल्स, पिंक फ्लोयड, दी रोलिंग स्टोन्स, यू 2, दी वु तांग क्लान, ऐसी आवाज नहीं जो इससे पहले सुनाई नहीं दी हो. इन लोगों ने सालों तक नकल की और अपनी खुद की अनोखी आवाज विकसित की.
खुद की अनोखी आवाज पाने का एक तरीका ये है कि हर रोज 10 आइडिया लिखे जिसमें आपकी रूचि हो.
आई) फिर असफलता
सफलता का राज नॉन स्टॉप असफलता है.
लड़की को दस बार फोन करना और गिड़गिड़ाना यह सुनने के लिए कि वह भी आपसे प्यार करती है. (रुकिए, मैंने क्या ऐसा सोचा या फिर मैंने लिखा?)
केवल असफलता द्वारा, असफलता को समझने के जरिए और उसे लिखकर, उसे ‘न करने वाली चीजों’ और ‘चीजें जो काम कर गई’ वाले चेकबॉक्स में डालकर क्या आप सफल हो पाएंगे.
आप जितना चाहें उतना असफल हो सकते हैं. दोबारा से कोशिश करें.
यहां तक की विचार भी असफल हो सकते हैं. जब कभी ऐसा हो तो यह जरूरी है कि आप उस पर लेबल लगाएं. जरूरी/गैर जरूरी.
यह अभ्यास की तरह लगता है.
सफलता की ओर ‘फिर से कोशिश’ करने की गति ले जाती है. न कि निराशा और पीड़ा और आत्मकामी घबराहट जो कहे कि दोबारा काम नहीं किया जा सकता.
तो अब यह ऐसा है.
ध्यान+ दृढ़ता+मेंटर+तेज असफलता+ प्यार= सफलता
लेकिन एक और तत्व सबसे अधिक महत्वपूर्ण है
जे) वे लोग जिनसे आप प्यार करते हैं.
जब मैं अटक जाता हूं, मैं बढ़ता हूं और मेरे दोस्त हैं जो मुझे पकड़ लेते हैं. जब मैं गिरने लगता हूं तो वे अपना हाथ बढ़ाकर मुझे उठा लेते हैं.
यह भगवान है. एक दुआ हवा में गायब हो जाती है. दोस्त से किया अनुरोध आपको बचा लेता है.
उन्हें हमेशा पता नहीं होता कि आपके लिए सर्वश्रेष्ठ क्या है. लेकिन वे आपको दिलासा देंगे और आपका समर्थन करेंगे. आप उनके आभारी रहेंगे और वे आपके.
उनके बारे गपशप न करें. उन्हें सिखाने की कोशिश न करें. उनके लिए आभारी रहें. मुझे लगता है कि मैं अपने दोस्तों का आभारी हूं. आज की जिंदगी के लिए, पिछले हफ्ते के लिए.
बदलाव क्रांतिकारी नहीं हो सकता है. आप एक ट्रक ड्राइवर से बास्केट बॉल खिलाड़ी नहीं बन सकते.
आप बेहतर इंसान से अच्छा इंसान बन सकते हैं.
अक्षम से सक्षम बन सकते हैं.
एक अच्छे दोस्त से महान दोस्त.
गुलाम बनने की जगह आजाद हो सकते हैं.
औरों को यह विकल्प देने के बजाए कि आप कब खुश रह सकते हैं से आप खुद चुन सकते हैं कि कैसे खुद को खुश रखा जाए.
हर दिन ऊपर कही गई बातें, आदत में डालिए.
एक दिन आप अंतरिक्ष यात्री, पेंटर बन सकते हैं. यह ठीक है. यह जिंदगी का दो अनंत लंबा टुकड़ा है. इन दो टुकड़ों को मालपुआ और सोने से भरिए.
लेखक- जेम्स एलटुचर
अनुवाद-ए अंसारी