Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

सीरिया युद्ध से प्रभावित बेसहारा बच्चों के लिए भगवान बने 'खालसा ऐड' के सदस्य

सीरिया युद्ध से प्रभावित बेसहारा बच्चों के लिए भगवान बने 'खालसा ऐड' के सदस्य

Monday March 05, 2018 , 3 min Read

सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी घोउटा इलाके में सीरियाई सरकार के हवाई हमले में सात दिनों में करीब 500 नागरिकों की मौत हो गई है। काफी लंबे समय से चल रहे संघर्ष में अब तक लाखों लोग मारे जा चुके हैं और हजारों बच्‍चे अनाथ हो चुके हैं।

image


इस स्थिति में मानवता की मदद करने के लिए इंटरनेशनल एनजीओ 'खालसा ऐड' युद्ध प्रभावित इलाकों में जाकर काम कर रहा है। वे खाने का इंतजाम करने से लेकर कपड़े, रहने और स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं।

सीरिया एक बार फिर से युद्ध की विभीषिका झेलते हुए खबरों में है। पिछले सात सालों से लगातार चल रहे इस युद्ध में लाखों नागरिकों की जान जा चुकी है। जब भी मीडिया के जरिए वहां युद्ध से प्रभावित बच्चों की तस्वीरें आती हैं, दिल दहल उठता है। सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी घोउटा इलाके में सीरियाई सरकार के हवाई हमले में सात दिनों में करीब 500 नागरिकों की मौत हो गई है। काफी लंबे समय से चल रहे संघर्ष में अब तक लाखों लोग मारे जा चुके हैं और हजारों बच्‍चे अनाथ हो चुके हैं। इन बच्चों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है।

इस स्थिति में मानवता की मदद करने के लिए इंटरनेशनल एनजीओ 'खालसा ऐड' युद्ध प्रभावित इलाकों में जाकर काम कर रहा है। वे खाने का इंतजाम करने से लेकर कपड़े, रहने और स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं। खालसा ऐड 2014 से सीरिया गृहयुद्ध से प्रभावित लोगों की मदद कर रहा है। संगठन की ओर से बताया गया कि सीरिया के अलावा ग्रीस और लेबनान में भी ऐसे ही युद्ध प्रभावित पीड़ितों की मदद की जा चुकी है।

image


सीरिया गृहयुद्ध में लाखों बच्चे बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। उन्हें भावनात्मक सहयोग देने से लेकर उनके खाने पीने का इंतजाम खालसा ऐड के सदस्य कर रहे हैं। संगठन ने तुर्की में भी शरणार्थी बच्चों के लिए 14 टन खाना और पैरों में पहनने के लिए चप्पल-जूते भिजवाए हैं। इस एनजीओ की स्थापना रविंद्र सिंह ने 1999 में की थी। वे कोसोवो शरणार्थियों की हालत देखकर द्रवित हो उठे थे और कुछ करने का फैसला ले लिया था। अब तक यह संगठन कई देशों में काम कर के लाखों लोगों की मदद कर चुका है।

बीते साल बांग्लादेश और म्यांमार बॉर्डर पर रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए भी खालसा ऐड ने खाने-पीने का इंतजाम किया था। श्रीलंका में जब बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई थी तो खालसा ऐड ने वहां पर कम्यूनिटी किचन की स्थापना की थी। हमारी दुनिया को खालसा ऐड जैसे संगठनों और इंसानियत की सेवा करने वाले लोगों की सख्त जरूरत है। खालसा ऐड दुनिया के उन कुछ एनजीओ में शामिल है जो बिना किसी भेदभाव के कहीं भी मदद करने पहुंच जाते हैं।

यह भी पढ़ें: पानी की एक-एक बूंद बचा कर लोगों को जीवन का संदेश दे रहे प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट आबिद सुरती