जानिए कैसे की जाती है बैंगन की खेती, बस कुछ बातों का रखेंगे ध्यान तो होगा दोगुना मुनाफा
आप किसान हैं तो बैंगन की खेती से तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं. हालांकि, पहले आपको ये पता कर लेना चाहिए कि आपके इलाके में किस किस्म की मांग है. इस तरह आप नुकसान से बच सकते हैं.
अगर आप एक किसान हैं तो आप इस महीने में बैंगन की खेती (Brinjal Farming) की तैयारियां शुरू कर सकते हैं. बैंगन की खेती अलग-अलग किस्म के हिसाब से 8 से 12 महीनों तक चल सकती है. आप बैंगन की खेती कर के तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं, लेकिन पहले ये तय करना होगा कि आपके इलाके में किस बैंगन की मांग अधिक है. इसके बाद आप बैंगन की खेती कर सकते हैं और तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं. आइए जानते हैं कब और कैसे की जाती है बैंगन की खेती (How to do Brinjal Farming) और इसकी खेती से कितना मुनाफा कमाया जा सकता है.
कैसे पता करें किस बैंगन की है डिमांड?
देश में कहीं-कहीं भर्ते वाला बैंगन खूब बिकता है तो कहीं लंबा बैंगन. इतना ही नहीं, कई जगहों पर सफेद और हरे बैंगन खूब चाव से खाए जाते हैं. बैंगन की खेती से पहले आपको अपने पास की सब्जी मंडी जाना चाहिए और थोड़ी रिसर्च कर लेनी चाहिए कि किस बैंगन की मांग अधिक है. बैंगन की किस्में भी बहुत सारी होती हैं, ऐसे में आपको यह भी तय करना चाहिए कि किस किस्म का बैंगन उगाना है.
कब और कैसे करें बैंगन की खेती?
बैंगन की खेती देश में लगभग पूरे साल की जाती है. हर सीजन के हिसाब से बैंगन की अलग-अलग किस्में उगाई जाती हैं. आप चाहे तो अभी भी बैंगन की खेती कर सकते हैं. एक एकड़ में आप बैंगन के 4-6 हजार पौधे लगा सकते हैं. ध्यान रहे कि बैंगन के पौधे काफी बड़े होते हैं, ऐसे में दो पौधों के बीच अच्छी खासी जगह छोड़ना जरूरी है, ताकि वह अच्छे से बढ़ सकें. बैंगन की खेती 6x3 फुट के हिसाब से करना अच्छा होता है. दो पौधों के बीच की दूरी 3 फुट और दो कतारों के बीच 6 फुट की दूरी रखी जाती है. इससे एक तो पौधों को फैलने की जगह मिलती है, दूसरा हार्वेस्टिंग भी आसान हो जाती है. बैंगन की खेती में ड्रिप इरिगेशन की मदद लेनी चाहिए, ताकि पानी भी बचे और पौधों कि सिंचाई भी अच्छे से हो सके.
कीड़ों से बचाना है जरूरी
बैंगन की खेती में सबसे जरूरी होता है कीटनाशक का छिड़काव. अपनी फसल को हर रोज देखना चाहिए और अगर लगे कि कीड़ों का हमला शुरू हो रहा है तो तुरंत उनसे निपटने के उपाय करने चाहिए. इंडियन फार्मर यूट्यूब चैनल चलाने वाले किसान संतोष जाधव बताते हैं कि बैंगन को अगर सुंडी से बचा लें तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. वह कहते हैं कि बैंगन को कीड़ों से बचाने के लिए थेरामन ट्रैप और फनल ट्रैप का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे मेल पंतगें उसी में फंस जाते हैं और फीमेल से नहीं मिल पाते, जिससे उनकी तादात नहीं बढ़ती. अगर इन्हें नहीं रोका जाए तो सुंडियां पैदा हो जाएंगी, जो बैंगन के फल और तनों को नुकसान पहुंचाती हैं. इससे 30-40 फीसदी तक फसल बर्बाद होने का खतरा रहता है. लाइट ट्रैप से भी इन कीटों से निपटा जाता है. खेत के बाहर लाइट लगाते हैं और उसके नीचे पानी में तेल डालकर रख दिया जाता है. जब कीड़े वहां जाते हैं तो उसमें गिरकर मर जाते हैं.
कितनी पैदावार, कितनी लागत, कितना मुनाफा?
बैंगन की खेती के लिए सबसे पहले जरूरत होती है नर्सरी की. बैंगन का प्रति पौधा 2-3 रुपये का पड़ता है. यह नर्सरी करीब 35-40 दिन की होती है. इसे खेतों में लगाने के करीब 60-65 दिन बाद बैंगन हार्वेसिंग के लिए तैयार हो जाता है. अगर लंबे वाले बैंगन की बात करें तो करीब 6-8 महीनों में आपको एक पौधे से औसतन 3-5 किलो बैंगन मिल जाता है. यानी एक एकड़ में आपकी कुल पैदावार लगभग 20-25 टन तक हो सकती है. एक एकड़ में बैंगन की खेती में करीब डेढ़ से दो लाख रुपये की तो लागत लग जाती है. अगर आपका बैंग 20 रुपये के भाव से भी बिकता है तो आपको एक एकड़ से 4 लाख रुपये की कमाई होगी. यानी आपको एक ही एकड़ से 2 लाख रुपये का मुनाफा होगा. देखा जाए तो आपको लागत से दोगुना मुनाफा होगा.