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इन्वेस्टर्स क्लीनिक: दो भाइयों ने किराए के ऑफिस से की शुरुआत, आज हैं 200 करोड़ की कंपनी

इन्वेस्टर्स क्लीनिक के फाउंडर हनी कात्याल और को-फाउंडर सनी कात्याल की सफलता की प्रेरणादायक कहानी...

इन्वेस्टर्स क्लीनिक: दो भाइयों ने किराए के ऑफिस से की शुरुआत, आज हैं 200 करोड़ की कंपनी

Friday December 20, 2019 , 5 min Read

हनी कात्याल और सनी कात्याल (दोनों भाइयों ) ने 7 दिसंबर 2006 को ब्रोकरेज फर्म इन्वेस्टर्स क्लीनिक की शुरुआत की, जिसके बाद लगातार सफलताओं की डगर चढ़ते हुए कंपनी ने सालाना 200 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर का सफर किया और इस साल अपनी 13वीं वर्षगांठ मनाई। तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे किराए के ऑफिस से शुरूआत करने वाले भाई बने 200 करोड़ की कंपनी के मालिक...

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इन्वेस्टर्स क्लीनिक के फाउंडर हनी कात्याल (बाएं) और कॉ-फाउंडर सनी कात्याल (दांए)

फोटो क्रेडिट: सोशल मीडिया

यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले दो सगे भाइयों (हनी कात्याल और सनी कात्याल) ने मुरादाबाद से आकर नोएडा में 7 दिसंबर 2006 को एक किराए के ऑफिस से ब्रोकरेज फर्म इन्वेस्टर्स क्लीनिक की शुरुआत की थी। उस समय इन दोनों भाइयों ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन वे रियल एस्टेट सेक्टर में 200 करोड़ रुपये का सालाना टर्नओवर करने वाली कंपनी के मालिक होंगे। कात्याल ब्रदर्स ने अपनी कड़ी मेहनत से कंपनी को रियल एस्टेट सेक्टर की नंबर-1 कंपनी बनाया।


आपको बता दें कि इस साल बीते 7 दिसंबर को कंपनी ने अपनी 13वीं वर्षगांठ मनाई हैं।

रियल एस्टेट सेक्टर में बनाई अपनी अलग पहचान

इन्वेस्टर्स क्लीनिक के कॉ-फाउंडर सनी कात्याल ने बताया कि जब उन्होंने बड़े भाई और इन्वेस्टर्स क्लीनिक के फाउंडर हनी कात्याल के साथ मिलकर 2006 में नोएडा के सेक्टर-18 से रियल एस्टेट में एक ब्रोकरेज फर्म के तौर पर काम करना शुरू किया। तब रियल एस्टेट सेक्टर में इन दोनों भाइयों को अपनी अलग पहचान बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी।


सनी ने एक किस्सा याद करते हुए बताया

“जब नोएडा का विकास हो रहा था तो यहां पर पहले से काम कर रहे रियल एस्टेट ब्रोकर आमतौर पर दोपहर 12 बजे के बाद ऑफिस आया करते थे। हम दोनों भाइयों ने इसी बात का फायदा उठाया और हम सुबह 6 बजे से ही लोगों को घर दिखाने के लिए ले जाते थे और घर खरीदने में उनकी पूरी मदद भी करते थे। इसका असर हुआ कि हमारी मेहनत पर लोगों का विश्वास बढ़ता गया और आज हमारी कंपनी ‘इन्वेस्टर्स क्लीनिक’ भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट ब्रोकरेज फर्म बन गई है।’’

‘सही रणनीति’ ही सफलता का मूल मंत्र

कॉ-फाउंडर सनी कात्याल कहते हैं कि इन्वेस्टर्स क्लीनिक के 13 साल का ये सफर आसान नहीं था। इस सफर के दौरान उन्हें कई बार मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ा।


सनी बताते हैं,

“साल 2004 में बिल्डर्स के डिफॉल्ट से लगाकर साल 2008 की मंदी और साल 2015-16 में दोबारा बिल्डर्स के डिफॉल्ट होने और रेरा के आगमन से रियल एस्टेट के सेक्टर में एकदम सुस्ती सी आ गई जिसके कारण कंपनी को अपनी कई रणनीतियों में भी जरूरी बदलाव करने पड़े।’’

कात्याल ने बताया कि इसी सेक्टर में दूसरी कंपनियां पारंपरिक रणनीति पर काम करती हैं, जबकि उनकी कंपनी इन्वेस्टर्स क्लीनिक मार्केट ट्रेंड के हिसाब से समय-समय पर अपनी रणनीतियों में भी बदलाव करती रहती हैं और ‘सही समय पर सही रणनीति’ ही उनकी सफलता का मूल मंत्र है।

ग्राहक खुद को ठगा हुआ महसूस ना करें

इन्वेस्टर्स क्लीनिक के कॉ-फाउंडर सनी कात्याल कहते हैं कि इस बिजनेस में प्रतिद्वंदियों की भरमार के चलते इस सेक्टर में ज्यादातर ब्रोकर अक्सर ग्राहकों को प्रॉपर्टी से संबंधित आधी-अधूरी सूचना देते हैं और बाद में जब ग्राहकों को इसकी जानकारी होती है तो वे अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस करते हैं।


सनी ने कहा,

“हमारी कंपनी अपने ग्राहकों को सभी प्रोजेक्ट्स और प्रॉपर्टिज के बारे में सही और पूरी जानकारी देती है ताकि ग्राहक अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस ना करें। यही कारण है कि ग्राहक लगातार हमसे जुड़ते जा रहे हैं।’’
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महान क्रिकेटर कपिल देव के हाथों Glory of India अवार्ड लेते हुए हनी कात्याल

400 से ज्यादा डवलपर्स के साथ काम कर चुके हैं कात्याल ब्रदर्स

सनी कात्याल बताते हैं कि दोनों भाइयों ने मिलकर लगभग 2 लाख रुपये का निवेश कर कंपनी की शुरुआत की। जैसे-जैसे कंपनी का कारोबार बढ़ता गया, कंपनी में और लोगों की भर्ती की गई और आज उनकी कंपनी के देशभर के 20 शहरों और विदेशों (दुबई-सिंगापुर) में 35 से अधिक ऑफिस हैं।


इन सभी ऑफिस में 2000 से ज्यादा प्रोफेशनल लोग काम कर रहे हैं किफायती दरों पर जो लोगों को उनकी पसंद के हिसाब से घर दिलाने में मदद कर रहे हैं। कात्याल ब्रदर्स की ये कंपनी इन्वेस्टर्स क्लीनिक अब तक देशभर के 400 से ज्यादा डवलपर्स के साथ काम कर चुकी है।

आज इन्वेस्टर्स क्लीनिक का सालाना टर्नओवर 200 करोड़ रुपये

सनी कात्याल ने बताया कि जब उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर कंपनी को शुरू किया तब उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी यह कोशिश एक दिन 200 करोड़ रुपये के सालाना टर्नओवर वाली कंपनी में बन जाएगी।


सनी ने बताया,

“उनकी कंपनी इन्वेस्टर्स क्लीनिक 10 सालों में 800 करोड़ रुपये ब्रांड वैल्यू वाली कंपनी बन गई और आज 2000 करोड़ रुपये की ब्रांड वैल्यू के साथ यह कंपनी रियल एस्टेट सेक्टर में देश की नंबर-1 ब्रोकरेज फर्म है। इन्वेस्टर्स क्लीनिक अभी तक 1.25 लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी की सेल कर चुकी है।’’