एडु-फिनटेक स्टार्टअप LEO1 ने 55,000 छात्रों को एजुकेशन फीस में दिलाया 8 करोड़ का लाभ
LEO1 के फाउंडर रोहित गजभिए ने कहा कि वह फीस रिइंबर्समेंट इकोसिस्टम की दिशा में काम कर रहें हैं ताकि छात्रों और अभिभावकों को बढ़ती हुई फीस पर कुछ लाभ दिया जा सके. उन्होंने बताया कि इस साल कंपनी 15 लाख छात्रों को इस मॉडल के तहत लाभ देने की दिशा में काम कर रही है.
क्रिकेटर रोहित शर्मा समर्थित एडु-फिनटेक स्टार्टअप
ने पिछले वर्ष 2024 में 55,000 छात्रों को एजुकेशन फीस में 8 करोड़ का लाभ दिलाया है. कंपनी ने फीस रिइंबर्समेंट मॉडल के तहत छात्रों को लियो कॉइन्स दिए हैं जिन्हें छात्र 200 से ज्यादा प्लेटफॉर्म्स पर रिडीम कर सकते हैं. पिछले वर्ष 50 लाख से ज्यादा कॉइन्स खरीदारी पर छात्रों ने इस्तेमाल किए हैं.LEO1 के फाउंडर रोहित गजभिए ने कहा कि वह फीस रिइंबर्समेंट इकोसिस्टम की दिशा में काम कर रहें हैं ताकि छात्रों और अभिभावकों को बढ़ती हुई फीस पर कुछ लाभ दिया जा सके. उन्होंने बताया कि इस साल कंपनी 15 लाख छात्रों को इस मॉडल के तहत लाभ देने की दिशा में काम कर रही है और 22 शहरों में इसे ले जाने की योजना है.
LEO1 के Prime Membership के तहत माता-पिता और छात्रों को मुफ्त कंसल्टेशन भी मिलता है, जिससे वे अपने शैक्षिक और वित्तीय फैसले समझदारी से ले सकें. यह मॉडल न केवल शैक्षणिक संस्थानों को फीस कलेक्शन आसान बनाने में मदद करता है, बल्कि माता-पिता के वित्तीय बोझ को भी कम करता है. इससे शिक्षा पर किया गया खर्च और भी फायदेमंद साबित होता है.
भारत के कई बड़े शैक्षणिक समूहों को LEO1 के इस मॉडल से लाभ हुआ है. समय पर फीस जमा होने से ये संस्थान नए कोर्स और सुविधाएं शुरू कर पा रहे हैं और अपने विस्तार की योजनाओं को तेजी से लागू कर रहे हैं.
LEO1 के फाउंडर और एमडी रोहित गजभिए ने कहा, “हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं, जो शिक्षा के खर्च को माता-पिता और छात्रों के लिए लाभकारी बनाता है. यह मॉडल सिर्फ समय पर फीस भरने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा क्षेत्र में वित्तीय स्थिरता लाने का जरिया है. यह छात्रों को फायदा पहुंचाने के साथ-साथ विश्वविद्यालयों की नकदी समस्या को भी हल करता है. हम 22 शहरों तक पहुंचने और 15 लाख छात्रों को इस पहल से जोड़ने की योजना बना रहे हैं.”
Edited by रविकांत पारीक