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आरंभ में ही बच्चों में वैज्ञानिक मनोवृत्ति, जिज्ञासा पैदा करना चाहिए: उपराष्ट्रपति

आरंभ में ही बच्चों में वैज्ञानिक मनोवृत्ति, जिज्ञासा पैदा करना चाहिए: उपराष्ट्रपति

Wednesday January 01, 2020 , 2 min Read

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि शुरूआत में ही बच्चों में वैज्ञानिक मनोवृत्ति और जिज्ञासा पैदा की जानी चाहिए, क्योंकि विज्ञान के पास हमारी हर समस्या का समाधान है और राष्ट्र की प्रौद्योगिकीय विकास में उसका बहुत योगदान है।


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फोटो क्रेडिट: governancenow



तिरुवनंतपुरम में 27 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच में जिज्ञासा, तार्किकता और खुली विचारशीलता समाहित होती है।


नायडू ने जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें न सिर्फ इसका समाधान खोजना है, बल्कि हमें प्रकृति को सुरक्षित भी करना है।


उपराष्ट्रपति ने कहा कि हम अभूतपूर्व प्रौद्योगिकीय परिवर्तन के युग में रह रहे हैं जहां आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार मुख्य प्रेरक हैं। उन्होंने कहा कि समुचित प्रौद्योगिकीयों के जरिये रहन-सहन की परिस्थितियों में सुधार आएगा तथा आय में इजाफा सुनिश्चित होगा।


उन्होंने कहा,

‘‘विज्ञान की शिक्षा बच्चों को बिना किसी पूर्वाग्रह के सत्य को खोजने की प्रेरणा देती है। इसके जरिये किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले बच्चे विश्लेषण, सवाल-जवाब और तार्किकता से काम ले सकते हैं।’’



इससे पहले उपराष्ट्रपति ने निकटवर्ती थोन्नाक्कल में ‘साईं ग्रामम’ में सत्यसाईं ट्रस्ट केरल के रजत जयंती उत्सव का शुभारंभ किया ।


नायडू ने इस बात पर प्रशंसा की कि श्री सत्य साईं ऑरफनेज ट्रस्ट सामाजिक पर्यटन को प्रोत्साहन देकर लुप्तप्राय शिल्पों और पारंपरिक दस्तकारी को दोबारा जीवित करने और उन्हें प्रोत्साहन देने की योजना बना रहा है।


उन्होंने कहा, 

‘‘श्री सत्य साईं ऑरफनेज ट्रस्ट दुर्लभ कलारूपों से सम्बंधित कलाकारों और शिल्पकारों को प्रोत्साहन देने, उन्हें अपनाने, अपनी कला का अभ्यास करने के लिए स्थान देने, इन कलाओं में युवाओं को प्रशिक्षण देने और समय-समय पर कलाओं के लिए मंच प्रदान करने का शानदार काम कर रहा है।’’


उपराष्ट्रपति ने ओखी तूफान और केरल में आई बाढ़ जैसी आपदाओं के दौरान बेहतरीन काम करने के लिए न्यास की प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि न्यास समाज की बेहतरी के लिए बढ़िया काम करता रहेगा।


इस अवसर पर केरल राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक श्री ओमन चांडी, केरल के सहकारिता, पर्यटन और देवस्वोम मंत्री श्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन, श्री सत्य साईं ऑरफनेज ट्रस्ट की अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) ए. लक्ष्मीकुट्टी, सांसद श्री अदूर प्रकाश, विधायक श्री ओ. राज गोपाल, संस्थापक व कार्यकारी निदेशक श्री के. एन. आनंद कुमार तथा अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।


(Edited by रविकांत पारीक )