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25,000 करोड़ रु का डीपटेक फंड भारतीय स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए ज़रूरी है: G20 शेरपा अमिताभ कांत

YourStory के स्टार्टअप-टेक इवेंट — TechSparks 2024 — में बोलते हुए, भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि भारतीय संस्थानों को डीपटेक विकास का समर्थन करने के लिए आगे आने की जरूरत है.

25,000 करोड़ रु का डीपटेक फंड भारतीय स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए ज़रूरी है: G20 शेरपा अमिताभ कांत

Sunday September 29, 2024 , 3 min Read

भारत दुनिया का अग्रणी स्टार्टअप इकोसिस्टम बनने का प्रयास कर रहा है, ऐसे में एक सेक्टर है जिसने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है — डीपटेक. भारत सरकार के जी20 शेरपा अमिताभ कांत (Amitabh Kant, G20 Sherpa - Government of India) ने कहा कि दुनिया भर में भारत की स्थिति को मजबूत करने में अगला बड़ा कदम डीपटेक इनोवेशन का समर्थन करने के लिए 25,000 करोड़ रुपये का समर्पित फंड ऑफ फंड्स (Fund of Funds for Deeptech) बनाना है.

कांत ने कहा, “डीपटेक सेक्टर के लिए 25,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड्स सबसे बड़ी चीज है.”

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश ने स्टार्टअप के लिए अपने मौजूदा फंड के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स और बायोटेक जैसी सक्सेसफुल टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष डीपटेक फंड ज़रूरी है.

बेंगलुरु में YourStory के स्टार्टअप-टेक इवेंट — TechSparks 2024 — में बोलते हुए उन्होंने कहा, “भारत के पास बहुत पूंजी है; हमें विदेशी पूंजी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है. स्टार्टअप में वेंचर कैपिटल फर्मों के साथ-साथ लोगों को भी थोड़ा जोखिम उठाने की जरूरत है.”

कांत की आह्वान भारत के तकनीकी भविष्य को शक्ति प्रदान करने के लिए घरेलू पूंजी जुटाने के महत्व को बयां करता है. जबकि भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास में विदेशी निवेश महत्वपूर्ण रहा है, कांत का मानना ​​है कि भारतीय निवेशकों के लिए आगे आकर डीपटेक सेक्टर में सोच-समझकर जोखिम उठाने का समय आ गया है.

उन्होंने इकोसिस्टम को मजबूत करने में स्थानीय वित्तीय संस्थानों की भूमिका को बयां करते हुए कहा, “हमें भारतीयों से स्टार्टअप में पैसा लगाने की जरूरत है — भारत के इंश्योरेंस सेक्टर और पेंशन फंड्स को उचित परिश्रम के बाद योगदान देना चाहिए.”

भारत ने पहले ही रणनीतिक नीति बदलावों के प्रभाव को प्रदर्शित किया है, विशेष रूप से अंतरिक्ष, भू-स्थानिक (geospatial) और सेमीकंडक्टर जैसे सेक्टर्स में, जहां हाल के सुधारों ने इनोवेशन के लिए नए रास्ते खोले हैं. कांत का मानना ​​है कि विकास जारी रहना चाहिए.

कांत ने कहा, “हमें अधिक से अधिक सेक्टर्स को खोलना जारी रखना चाहिए जैसा हमने अंतरिक्ष, ड्रोन, भू-स्थानिक और सेमीकंडक्टर के साथ किया है.”

नैसकॉम (NASSCOM) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 1,600 से अधिक डीपटेक स्टार्टअप हैं, जिनका कुल मार्केट साइज $14 अरब (बिलियन) है.

डीपटेक फंड ऑफ फंड्स सफल इनोवेशन को बढ़ावा देने, रिसर्च में तेजी लाने और उच्च प्रभाव वाले, दीर्घकालिक तकनीकी समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने वाले स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता मुहैया करेगा.

अमिताभ कांत ने कहा, “100 से अधिक यूनिकॉर्न और एक संपन्न उद्यमी परिदृश्य के साथ, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है, लेकिन नंबर एक बनने का रास्ता डीप टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने में निहित है.”

उन्होंने आगे कहा, “हम तीसरा सबसे अच्छा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गए हैं; हमारा लक्ष्य दुनिया का नंबर एक बनना है.”

(Translated by: रविकांत पारीक)

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