बेंगलुरु के इस 10 साल के लड़ने ने किया कमाल, जीता प्रतिष्ठित 'यंग वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर' का खिताब
बेंगलुरु के रहने वाले 10 साल के विद्युत इस समय फोटोग्राफी का एक बड़ा अवार्ड जीतकर चर्चा बटोर रहे हैं। विद्युत आर हेब्बार को उनकी एक खास तस्वीर के लिए ‘यंग वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर 2021’ के अवार्ड से नवाजा गया है। विद्युत ने एक मकड़ी की तस्वीर खींची थी जिसके साथ एक क्रिएटिव बैकड्रॉप भी नज़र आ रहा है।
लंदन के नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के द्वारा हर साल आयोजित किए जाने वाले इस प्रतिष्ठित अवार्ड के 57वें एडिशन के विजेताओं की घोषणा हाल ही में की गई थी, जिसमें विद्युत ने बाजी मारी है। इस अवार्ड के लिए दुनिया भर के 95 देशों से करीब 50 हज़ार एंट्री ली गई थीं।
पहले भी भेजी हैं एंट्री
नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम द्वारा हेब्बार की इस तस्वीर को "मकड़ी की तस्वीर का एक कल्पनाशील तरीका" बताया गया था। ज्यूरी के अनुसार यह तस्वीर बेहतरीन ढंग से फ्रेम की गई है और इसका फोकस सटीक जगह पर है। जूरी के अध्यक्ष रोज़ किडमैन कॉक्स के अनुसार इस तस्वीर में एक क्रिएटिव बैकड्रॉप को जोड़ना काफी चतुराई भरी रचना है। गौरतलब है कि विद्युत की इस तस्वीर के बैकड्रॉप में एक मोटर रिक्शा के चमकीले रंग नज़र आ रहे हैं।
इस बार सफल रहे विद्युत आठ साल की उम्र से ही नैचुरल हिस्ट्री म्यूजियम को अपनी तस्वीरें भेज रहे हैं। वे बेंगलुरु में अपने घर के पास की गलियों और पार्कों में अक्सर अनदेखे जीवों को अपने कैमरे में कैद करना पसंद करते हैं।
3 साल की उम्र से जारी है फोटोग्राफी
पांचवीं कक्षा के छात्र विद्युत तीन साल की उम्र से ही कैमरे से तस्वीरें खींच रहे हैं। विद्युत ने इस बीच अपने स्थानीय थीम पार्क में एक दीवार में बने एक गैप में एक मकड़ी को पाया जो अपने जाल में थी। इसी दौरान वहाँ से गुजरने वाली एक ऑटो-रिक्शा ने रंगीन बैकड्रॉप मुहैया कराया और उसी समय विद्युत ने यह तस्वीर खींच ली।
जूरी सदस्य और संग्रहालय शोधकर्ता डॉ नताली कपूर ने मीडिया को बताया है कि जूरी ने इस तस्वीर को शुरुआत से पसंद किया था। उनके अनुसार यह हमें याद दिलाता है कि हम हर दिन अपने आस-पास रहने वाले छोटे जीवों को और अधिक बारीकी से देखें और अपने कैमरे को भी इस दौरान हर जगह अपने साथ ले जाएं।
ये है आगे का सपना
10 साल के विद्युत ने ‘यंग वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर’ का अवार्ड जीता जिसमें आवेदन की अधिकतम आयु सीमा 18 वर्ष है। अवार्ड जीतने के बाद अब विद्युत के लिए उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए विद्युत ने पुरस्कार मिलने और अपने DSLR कैमरे के साथ तस्वीरें लेने के उत्साह के बारे में भी बात की है।
अब आगे चलकर विद्युत वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर या अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना देखते हैं। विद्युत के पिता रविप्रकाश एसएस एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि वे इस बात को लेकर काफी रोमांचित हैं क्योंकि उनके बेटे के जीवन के लिए बड़ा मील का पत्थर है। इससे उनके बेटे को बहुत अधिक एक्सपोजर मिलेगा और इससे उन्हें स्किल को और विकसित करने में मदद मिलेगी।
रविप्रकाश विद्युत की इस यात्रा के दौरान हमेशा उनके समर्थन में खड़े रहे हैं और अन्य माता-पिता से भी बच्चों के सपने पूरे करने में समर्थन करने का अनुरोध करते हैं।
Edited by Ranjana Tripathi