मिलिए भारत के 2020 के टॉप 5 सबसे युवा उद्यमियों से, 13 साल की उम्र में ही शुरू कर दी उद्यमशीलता की यात्रा
यहां हम आपको कुछ नए उभरते उद्यमियों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने वर्ष 2019 में खूब धूम मचाई।
तिलक मेहता
इसमें कोई दोराय नहीं है कि तिलक मेहता इस साल की युवा सनसनी हैं। यदि आप मुंबई के इस युवा लड़के को नहीं जानते हैं, तो शायद आपने न्यूज आर्टिकल नहीं पढ़ें हैं जहां इस विलक्षण बच्चे के बारे में तमाम खबरें हैं जो "पेपर एन पार्सल" नाम की अपनी कंपनी चला रहा है।
13 साल की छोटी उम्र में, यह जेंटलमैन एक व्यापारी, उद्यमी, TEDx स्पीकर और सफल व्यवसायों का टाइकून हैं। यह आइडिया तब शुरू हुआ जब उन्हें शहर के दूसरे छोर से कुछ किताबों की तत्काल जरूरत थी। उनके पिता एक दिन काम के बाद थके हुए घर आए, और इसलिए वे उनसे किताब के लिए कह नहीं पाए और खुद कहीं जा नहीं सकते थे।
यहीं से तिलक के दिमाग में एक ऐसा स्टार्टअप शुरू करने का आइडिया घर कर गया जहां एक ही दिन में शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक डिलीवरी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने इंट्रा-डे डिलीवरी के लिए मुंबई के भीतर पेपर और छोटे पार्सल ले जाने के लिए समर्पित स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया। सपनों के शहर का एक लड़का अपने जुनून के साथ सफलतापूर्वक आगे बढ़ा और एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया।
एक अमीर और गरीब आदमी के बीच एकमात्र अंतर यह है कि एक गरीब आदमी पैसे का उपयोग करना जानता है, लेकिन एक उद्यमी जानता है कि उसे कैसे दोगुना करना है। समय सभी के लिए समान है, कुछ जानते हैं कि इसका उपयोग कैसे करना है जबकि अन्य जानते हैं कि इसे कैसे बर्बाद करना है।
अद्वैत ठाकुर
15 साल के इंडियन टेक प्रोडिजी अद्वैत ठाकुर ने छह साल की उम्र में कंप्यूटर का उपयोग करना शुरू कर दिया था और केवल नौ साल की उम्र में अपनी पहली वेबसाइट लॉन्च की और अब कुछ वर्षों से Google के AI और क्लाउड प्लेटफॉर्म के साथ काम कर रहे हैं। अद्वैत ठाकुर एक भारतीय कंप्यूटर प्रोग्रामर और टीनेज इंटरनेट उद्यमी हैं।
वह एपेक्स इंफोसिस इंडिया के संस्थापक हैं और वर्तमान में इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। वह गूगल, बिंग और हबस्पॉट सर्टिफाइड प्रोफेशनल हैं। विकिया की यंग आंत्रप्रेन्योर अंडर 20 की 2017 की लिस्ट में चौथे स्थान पर थे।
देखा जाए तो अद्वैत ऐवरेज प्री-टीन लीग से अलग हैं। 2015 में, बारह वर्ष की आयु में, उन्होंने एक तकनीकी कंपनी 'एपेक्स इन्फोसिस इंडिया' की स्थापना की, जो अब एक मान्यता प्राप्त डोमेन नाम रजिस्ट्रार और एक संगठन है जो डिजिटल सलूशन प्रदान करता है। एपेक्स इंफोसिस इंडिया मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और IoT सेक्टर में भी शामिल है।
प्रियांशु रत्नाकर
प्रियांशु रत्नाकर, एक 17 वर्षीय लड़का, साइबर स्पेस के क्षेत्र में काम करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के उद्यमियों में से एक है। प्रियांशु बिहार के एक छोटे शहर से आते हैं जहां शिक्षा के अवसर बेहद कम हैं, लेकिन उन्होंने अपने सीखने के रास्ते में कभी कोई समस्या नहीं आने दी। प्रियांशु एक सेल्फ-मेड प्रोग्रामर हैं, जिन्होंने तीसरी कक्षा में Microsoft DOS सीखना शुरू किया और 8 वीं कक्षा में अधिकांश प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के एक्सपर्ट बन गए। आगे बढ़ते हुए, प्रियांशु ने अपना ध्यान 9वीं कक्षा के दौरान साइबर सिक्योरिटी की ओर केंद्रित किया जब भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ने लगी।
रतन टाटा और केविन मिटनिक जैसे लोगों द्वारा चुने गए मार्ग से प्रेरित होकर, प्रियांशु रत्नाकर ने वेब और ऐप डेवलपमेंट सर्विसेस प्रदान करने के लिए अपना स्टार्टअप 'प्रोटोकॉल एक्स' शुरू किया। शुरू में, जब उनके स्टार्टअप को बहुत अधिक प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार न मानने का फैसला किया। प्रेरित रहने के लिए उनकी कड़ी मेहनत और साहस ने उन्हें अपने व्यवसाय को फिर से जीवंत करने में मदद की और यही नहीं जल्द ही उन्हें 40+ से अधिक प्रमाण पत्र और अपनी उद्यमिता यात्रा के लिए पांच पुरस्कार भी मिले। अब तक, वह AI और ML जैसी हॉट आईटी तकनीकों पर काम कर रहे हैं, जो भारत में साइबर हमलों और हैकिंग के खतरे को रोकने में मदद करने का इरादा रखता है।
अखिलेन्द्र साहू
17 साल की उम्र में, अखिलेंद्र साहू (युवा भारतीय उद्यमी) ASTNT टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और टेक्निकल नेक्स्ट टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ हैं। इंडिया बेस्ड कंपनी ASTNT डिजिटल मार्केटिंग, वेबसाइट डेवलपमेंट, ऐप डेवलपमेंट SEO जैसी सेवाएं प्रदान करती है और टेक्निकल नेक्स्ट टेक्नॉलॉजीज बेस्ट वेबहोस्टिंग सॉल्यूशन इंडिया प्रदान करती है। अखिलेंद्र के पास कई सब-ब्रांड, ऐप हैं जो Google play store पर पब्लिश्ड हैं। अखिलेंद्र ने मध्य प्रदेश भारत में नंबर 1 वेब डिजाइनर का स्थान प्राप्त किया है।
रोहित कश्यप
रोहित कश्यप मायतरी स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप के संस्थापक और सीईओ। उन्होंने बिहार के छोटे शहर से अपनी यात्रा शुरू की, जहां उनके पास समुचित संसाधन नहीं थे, फिर भी उन्होंने ओलंपियाड को पास करने में कामयाबी हासिल की और आईसीएआई के कॉमर्स विजार्ड में 1000 रैंक के अंदर रहे। रोहित Quora पर एक इन्फ्लुएंसर भी है और लाखों लोग नियमित रूप से उनके जवाब पढ़ते हैं। उन्होंने अपना पहला स्टार्टअप तब शुरू किया जब वह सिर्फ 14 साल के थे और उन्होंने दो राउंड्स की फंडिंग जुटाई है। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित कई कैबिनेट मंत्रियों ने उनके काम की प्रशंसा की है।