Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

World Chess Championship: 18 साल के गुकेश ने बढ़ाया भारत का मान, युवा विश्व चैंपियन बन रचा इतिहास

गुकेश डी विश्व शतरंज चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बन गए हैं. सिंगापुर में एक रोमांचक फाइनल मैच में उन्होंने चीन के डिंग लीरेन को मात देकर शतरंज का सरताज अपने नाम किया. गुकेश ने 14 गेम में से तीन जीते जबकि लीरेन ने दो जीते.

World Chess Championship: 18 साल के गुकेश ने बढ़ाया भारत का मान, युवा विश्व चैंपियन बन रचा इतिहास

Thursday December 12, 2024 , 2 min Read

भारत के गुकेश डी (Gukesh D) ने गुरुवार को विश्व शतरंज चैंपियनशिप (World Chess Championship) जीतकर इतिहास रच दिया. गुकेश विश्व शतरंज चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बन गए हैं. (Gukesh D youngest world chess champion)

सिंगापुर में एक रोमांचक फाइनल मैच में उन्होंने चीन के डिंग लीरेन (Ding Liren) को मात देकर शतरंज का सरताज अपने नाम किया. गुकेश ने 14 गेम में से तीन जीते जबकि लीरेन ने दो जीते.

इस ऐतिहासिक जीत की घोषणा करते हुए, अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) ने X पर घोषणा की कि गुकेश "इतिहास में सबसे युवा विश्व चैंपियन" बन गए हैं. हालांकि कई लोगों को उम्मीद थी कि यह मैच ड्रॉ पर समाप्त होगा.

गुकेश की जीत ने रूस के गैरी कास्पारोव (Garry Kasparov) के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिन्होंने 22 साल की उम्र में खिताब जीता था. गुकेश ने यह उपलब्धि 18 साल की उम्र में हासिल की है.

वह पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद (Viswanathan Anand) के नक्शेकदम पर चलते हुए विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं.

14वें गेम में गुकेश की जीत के परिणामस्वरूप डिंग के 6.5 के मुकाबले अंतिम स्कोर 7.5 रहा. इसने शतरंज के इतिहास में उनकी जीत को पुख्ता किया. वह पहले ही विश्व चैंपियनशिप के लिए सबसे कम उम्र के दावेदार बन चुके थे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुकेश डी को सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर बधाई दी. उन्होंने गुकेश की इस उपलब्धि को ऐतिहासिक और अनुकरणीय बताया.

X पर अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ के हैंडल की एक पोस्ट का जवाब देते हुए, पीएम मोदी ने कहा: “ऐतिहासिक और अनुकरणीय! गुकेश डी को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई. यह उनकी अद्वितीय प्रतिभा, कड़ी मेहनत और अटूट दृढ संकल्प का परिणाम है. उनकी जीत ने न केवल शतरंज के इतिहास में उनका नाम दर्ज कराया है, बल्कि लाखों युवा प्रतिभाओं को बड़े सपने देखने और उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित भी किया है. उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं. @DGukesh”